जीवन को यज्ञमय बनाओ
मन में सबके लिए सद्भावनाएँ रखना, संयमपूर्ण सच्चरित्रता के साथ समय व्यतीत करना, दूसरों की भलाई बन सके उसके लिए प्रयत्नशील रहना, वाणी को केवल सत्प्रयोजनों के लिए ही बोलना, न्यायपूर्ण कमाई पर ही गुजारा करना, भगवान का स्मरण करते रहना, अपने कर्तव्य पथ पर आरूढ़ रहना, अनुकूल- प्रतिकूल परिस्थितियों में विचलित न होना- यही नियम हैं जिनका पालन करने से जीवन यज्ञमय बन जाता है। मनुष्य जीवन को सफल बना लेना ही सच्ची दूरदर्शिता औरबुद्धिमता है।
जब तक हम में अहंकार की भावना रहेगी तब तक त्याग की भावना का उदय होना कठिन है।
✍🏻 पं श्रीराम शर्मा आचार्य
👉 Lose Not Your Heart Day 4
Make Your Life an Offering
To make your life an offering, make sure that you comply with the following:
• See every person as worthy of kindness.
• Utilize your time with honesty and discipline.
• Work for the welfare of others.
• Limit your speech to worthy causes.
• Accept only that which you have honestly earned.
• Constantly keep God in your thoughts.
• Stay focused on your duties.
• Maintain your mental equilibrium.
Making your life an offering is the sign of true intelligence and farsight. Your life cannot truly be considered an offering until you give up your ego.
~ Pt. Shriram Sharma Acharya
शांतिकुंज की गतिविधियों से जुड़ने के लिए
Shantikunj WhatsApp 8439014110