महावीर बजरंग बली, श्री राम दूत का अभिनन्दन है।
दुष्टदलन,दुःख-कष्ट हरण,श्री हनुमान का शुभ वंदन है।।
मनुजता जब भी फंसी भँवर में, हनुमान ने उसे उबारा।
भ्रम व भय से मुक्ति दिलाया, नव जीवन दे हमें संवारा।।
सेवा से श्री राम प्रसन्न हो जाते हैं, जग को बतलाया।
सेवा धर्म ही श्रेष्ठ धर्म है, हनुमत ने जीकर सिखलाया।।
प्रभु सेवक केसरी नंदन का,पवनसुत का अभिवादन है।
महावीर बजरंग बली, श्री राम दूत का अभिनन्दन है।।
दुष्टों के प्रभु सदा काल हैं, महाकाल के अवतारी हैं।
संतों के रक्षक हैं हरपल, भक्तों के ह्रदय बिहारी हैं।।
जहाँ कहीं भी अन्धकार है, सूर्य समान पथ द्योतक हैं।
बल बुद्धि विद्या के सागर हैं, आप ही संकटमोचक हैं।।
हर संकट के समाधान हैं, शुभ कार्य को हरि चन्दन हैं।
महावीर बजरंग बली, श्री राम दूत का अभिनन्दन है।।
नयी विपदा आई जग में, आप ही अब उपचार करो।
अतिसूक्ष्म है असुर आज का, प्रभु इसका संहार करो।।
संकट में है प्राण मनुज के, संजीवन दे उपचार करो।
अभयदान फिर दो भक्तों को, हम सब पर उपकार करो।।
आस और विश्वास कपिवर, आपका ही चरण वंदन है।
महावीर बजरंग बली, श्रीराम दूत का अभिनन्दन है।।
उमेश यादव
दुष्टदलन,दुःख-कष्ट हरण,श्री हनुमान का शुभ वंदन है।।
मनुजता जब भी फंसी भँवर में, हनुमान ने उसे उबारा।
भ्रम व भय से मुक्ति दिलाया, नव जीवन दे हमें संवारा।।
सेवा से श्री राम प्रसन्न हो जाते हैं, जग को बतलाया।
सेवा धर्म ही श्रेष्ठ धर्म है, हनुमत ने जीकर सिखलाया।।
प्रभु सेवक केसरी नंदन का,पवनसुत का अभिवादन है।
महावीर बजरंग बली, श्री राम दूत का अभिनन्दन है।।
दुष्टों के प्रभु सदा काल हैं, महाकाल के अवतारी हैं।
संतों के रक्षक हैं हरपल, भक्तों के ह्रदय बिहारी हैं।।
जहाँ कहीं भी अन्धकार है, सूर्य समान पथ द्योतक हैं।
बल बुद्धि विद्या के सागर हैं, आप ही संकटमोचक हैं।।
हर संकट के समाधान हैं, शुभ कार्य को हरि चन्दन हैं।
महावीर बजरंग बली, श्री राम दूत का अभिनन्दन है।।
नयी विपदा आई जग में, आप ही अब उपचार करो।
अतिसूक्ष्म है असुर आज का, प्रभु इसका संहार करो।।
संकट में है प्राण मनुज के, संजीवन दे उपचार करो।
अभयदान फिर दो भक्तों को, हम सब पर उपकार करो।।
आस और विश्वास कपिवर, आपका ही चरण वंदन है।
महावीर बजरंग बली, श्रीराम दूत का अभिनन्दन है।।
उमेश यादव