🔴 मधू को घर से मां का फोन आया कि कब घर आ रही हे तेरे पापा रोज गली कोई मोड़ पर खडे तेरी राह देखते हे तूने ही कहा था दो तीन दिन मे आउंगी, तेरा भाई अपनी 4 महीने की बेटी का नाम नही रखने देता कहता हैं ये हक उसकी बुआ का हे जब आएगी वही रखेगी मेरी इस चूहिया का नाम।
🔵 आ जा मेरी बेटी तुझे देखे पूरा एक साल हो गया, जल्दी आउंगी कहते कहते पूरा साल निकाल दिया तूने, मधू आँखों मे आँसू लिए,- हाँ मां जल्दी आउंगी तभी सास कि आवाज आई तो बोली अच्छा मां बाद मे बात करती हूँ, फिर फोन रखकर सासू मां से बोली- मम्मी अभी मां का फोन आया था पूछ रही थी कब आ रही है चली जाऊँ 4 ,5 दिनो के लिए, सास - कोई जरूरत नही अब इस उम्र मे मुझसे चूल्हा चौका नही होता,कौन खिलाएगा तेरे आदमी को ओर हमें, घर का साफ सफाई कौन देखेगा, मेरी ओर इनकी दवाओं का खयाल कौन रखेगा, ना भैया मना कर दे इस बार कोई जरूरत नही जाने की।
🔴 रात को पति से मधू - सुनिए मां पापा भैया, ओर उस चूहिया को देखने का मन हे कुछ दिनो के लिए मायके हो आऊं, पति- क्यों अभी पिछले साल ही तो गई थी ओर यहाँ का काम कौन देखेगा सब वैसे भी शादी के बाद लडकी का घर पति का घर होता हे चुपचाप यही रहो, मगर मधू बोली, कोई बहस नहीं, पति बोला, रात भर अपने मम्मी पापा, भैया भाभी ओर अपनी भतीजी के ले सुबुकती रही, कुछ दिन बाद मधू की ननद आई सास ससुर को मानो खजाना मिल गया।
🔵 पति देव बच्चो से खेलते रहते, घर का सारा काम सिर्फ मधू पर आखिर ननद आई हे घर की बेटी, पूरे 15 दिनो बाद ननद के जाने पर, सास बोली- ऐसे ही आते रहा कर थोड़े थोड़े दिनो पे बोलती हे तो बोलने दिया कर बुढिया को मेरी फूल सी बेटी को नौकरानी बनाकर रखा है पति को काबू मे रखा कर नही तो मुझे बता मे तेरे पापा ओर भाई के साथ ठीक कर दूंगी ओर खाती पीती रहा कर, कितनी दुबली हो गई, कुछ काम बुढिया से भी करवाया कर मोटी भैंस बैठ बैठकर हुक्म चलाती है ननद के विदा हो जाने के बाद मधू सोच रही थी आखिर बेटी बेटी होती है ओर बहु, आखिर बहु,ऐसा क्यों?
🔴 समाज का एक चेहरा ऐसा भी है सचमुच कुछ लोग बहू को सिर्फ नौकरानी कि तरह एक मशीन की तरह घर मे रखना चाहते है मगर बात वही बेटी से जुडी हो तो खयालात बदल जाते है।
🔵 आ जा मेरी बेटी तुझे देखे पूरा एक साल हो गया, जल्दी आउंगी कहते कहते पूरा साल निकाल दिया तूने, मधू आँखों मे आँसू लिए,- हाँ मां जल्दी आउंगी तभी सास कि आवाज आई तो बोली अच्छा मां बाद मे बात करती हूँ, फिर फोन रखकर सासू मां से बोली- मम्मी अभी मां का फोन आया था पूछ रही थी कब आ रही है चली जाऊँ 4 ,5 दिनो के लिए, सास - कोई जरूरत नही अब इस उम्र मे मुझसे चूल्हा चौका नही होता,कौन खिलाएगा तेरे आदमी को ओर हमें, घर का साफ सफाई कौन देखेगा, मेरी ओर इनकी दवाओं का खयाल कौन रखेगा, ना भैया मना कर दे इस बार कोई जरूरत नही जाने की।
🔴 रात को पति से मधू - सुनिए मां पापा भैया, ओर उस चूहिया को देखने का मन हे कुछ दिनो के लिए मायके हो आऊं, पति- क्यों अभी पिछले साल ही तो गई थी ओर यहाँ का काम कौन देखेगा सब वैसे भी शादी के बाद लडकी का घर पति का घर होता हे चुपचाप यही रहो, मगर मधू बोली, कोई बहस नहीं, पति बोला, रात भर अपने मम्मी पापा, भैया भाभी ओर अपनी भतीजी के ले सुबुकती रही, कुछ दिन बाद मधू की ननद आई सास ससुर को मानो खजाना मिल गया।
🔵 पति देव बच्चो से खेलते रहते, घर का सारा काम सिर्फ मधू पर आखिर ननद आई हे घर की बेटी, पूरे 15 दिनो बाद ननद के जाने पर, सास बोली- ऐसे ही आते रहा कर थोड़े थोड़े दिनो पे बोलती हे तो बोलने दिया कर बुढिया को मेरी फूल सी बेटी को नौकरानी बनाकर रखा है पति को काबू मे रखा कर नही तो मुझे बता मे तेरे पापा ओर भाई के साथ ठीक कर दूंगी ओर खाती पीती रहा कर, कितनी दुबली हो गई, कुछ काम बुढिया से भी करवाया कर मोटी भैंस बैठ बैठकर हुक्म चलाती है ननद के विदा हो जाने के बाद मधू सोच रही थी आखिर बेटी बेटी होती है ओर बहु, आखिर बहु,ऐसा क्यों?
🔴 समाज का एक चेहरा ऐसा भी है सचमुच कुछ लोग बहू को सिर्फ नौकरानी कि तरह एक मशीन की तरह घर मे रखना चाहते है मगर बात वही बेटी से जुडी हो तो खयालात बदल जाते है।