सोमवार, 29 अगस्त 2016

क्यों दे रहे हैं तलाक???*।


🔵 कल रात करीब 7 बजे शाम को  मोबाइल बजा। उठाया तो उधर से रोने की आवाज... मैंने शांत कराया और पूछा कि भाभीजी आखिर हुआ क्या?

🔴 उधर से आवाज़ आई.. आप कहाँ हैं??? और कितनी देर में आ सकते हैं?

🔵 मैंने कहा:- "आप परेशानी बताइये"। और "भाई साहब कहाँ हैं...? माताजी किधर हैं..?" "आखिर हुआ क्या...?"
लेकिन

🔴 उधर से केवल एक रट कि "आप आ जाइए"*, मैंने आश्वाशन दिया कि *कम से कम एक घंटा पहुंचने में लगेगा*. जैसे तैसे पूरी घबड़ाहट में पहुँचा;

🔵 देखा तो भाई साहब [हमारे मित्र जो जज हैं] सामने बैठे हुए हैं;

🔴 भाभीजी रोना चीखना कर रही हैं* 12 साल का बेटा भी परेशान है; 9 साल की बेटी भी कुछ नहीं कह पा रही है।

🔵 मैंने भाई साहब से पूछा कि *""आखिर क्या बात है""*???

🔴 ""भाई साहब कोई जवाब नहीं दे रहे थे ""*.

🔵 फिर भाभी जी ने कहा ये देखिये *तलाक के पेपर, ये कोर्ट से तैयार करा के लाये हैं*, मुझे तलाक देना चाहते हैं, मैंने पूछा - *ये कैसे हो सकता है???. इतनी अच्छी फैमिली है. 2 बच्चे हैं. सब कुछ सेटल्ड है. ""प्रथम दृष्टि में मुझे लगा ये मजाक है""*.

🔴 लेकिन मैंने बच्चों से पूछा *दादी किधर है*,

🔵 बच्चों ने बताया पापा ने उन्हें 3 दिन पहले *नोएडा के वृद्धाश्रम में शिफ्ट* कर दिया है।

🔴 मैंने घर के नौकर से कहा। मुझे और भाई साहब को चाय पिलाओ; कुछ देर में चाय आई. भाई साहब को *बहुत कोशिशें कीं चाय पिलाने की*.

🔵 लेकिन उन्होंने नहीं पी और कुछ ही देर में वो एक *"मासूम बच्चे की तरह फूटफूट कर रोने लगे "*बोले मैंने 3 दिन से कुछ भी नहीं खाया है. मैं अपनी 61 साल की माँ को कुछ लोगों के हवाले करके आया हूँ.

🔴 पिछले साल से मेरे घर में उनके लिए इतनी मुसीबतें हो गईं कि पत्नी (भाभीजी) ने कसम खा ली*. कि *""मैं माँ जी का ध्यान नहीं रख सकती""*ना तो ये उनसे बात करती थी और ना ही मेरे बच्चे बात करते थे. *रोज़ मेरे कोर्ट से आने के बाद माँ खूब रोती थी*. नौकर तक भी *अपनी मनमानी से व्यवहार करते थे*

🔵 माँ ने 10 दिन पहले बोल दिया.. बेटा तू मुझे *ओल्ड ऐज होम* में शिफ्ट कर दे.

🔴 मैंने बहुत *कोशिशें कीं पूरी फैमिली को समझाने की*, लेकिन किसी ने माँ से सीधे मुँह बात नहीं की*.

🔵 जब मैं 2 साल का था तब पापा की मृत्यु हो गई थी दूसरों के घरों में काम करके *""मुझे पढ़ाया. मुझे इस काबिल बनाया कि आज मैं जज हूँ""*. लोग बताते हैं माँ कभी दूसरों के घरों में काम करते वक़्त भी मुझे अकेला नहीं छोड़ती थीं.

🔴 उस माँ को मैं ओल्ड ऐज होम में शिफ्ट करके आया हूँ*. पिछले 3 दिनों से मैं *अपनी माँ के एक-एक दुःख को याद करके तड़प रहा हूँ,*जो उसने केवल मेरे लिए उठाये।

🔵 मुझे आज भी याद है जब..
*""मैं 10th की परीक्षा में अपीयर होने वाला था. माँ मेरे साथ रात रात भर बैठी रहती""*.


🔴 एक बार *माँ को बहुत फीवर हुआ मैं तभी स्कूल से आया था*. उसका *शरीर गर्म था, तप रहा था*. मैंने कहा *माँ तुझे फीवर है हँसते हुए बोली अभी खाना बना रही थी इसलिए गर्म है*.

🔵 लोगों से *उधार माँग कर मुझे दिल्ली विश्वविद्यालय से एलएलबी तक पढ़ाया*. मुझे *ट्यूशन तक नहीं पढ़ाने देती थीं*कि कहीं मेरा टाइम ख़राब ना हो जाए.

🔴 कहते-कहते रोने लगे..और बोले--""जब ऐसी माँ के हम नहीं हो सके तो हम अपने बीबी और बच्चों के क्या होंगे""*.

🔵 हम जिनके *शरीर के टुकड़े हैं*,आज हम उनको *ऐसे लोगों के हवाले कर आये, ""जो उनकी आदत, उनकी बीमारी, उनके बारे में कुछ भी नहीं जानते""*, जब मैं ऐसी माँ के लिए कुछ नहीं कर सकता तो *"मैं किसी और के लिए भला क्या कर सकता हूँ".*

🔴 आज़ादी अगर इतनी प्यारी है और *माँ इतनी बोझ लग रही हैं, तो मैं पूरी आज़ादी देना चाहता हूँ*

🔵 जब *मैं बिना बाप के पल गया तो ये बच्चे भी पल जाएंगे*. इसीलिए मैं तलाक देना चाहता हूँ।

🔴 सारी प्रॉपर्टी इन लोगों के हवाले* करके उस *ओल्ड ऐज होम* में रहूँगा. कम से कम मैं माँ के साथ रह तो सकता हूँ।


🔵 और अगर *इतना सब कुछ कर के ""माँ आश्रम में रहने के लिए मजबूर है"", तो एक दिन मुझे भी आखिर जाना ही पड़ेगा*.

🔴 माँ के साथ रहते-रहते आदत भी हो जायेगी. *माँ की तरह तकलीफ* तो नहीं होगी.

🔵 जितना बोलते उससे भी ज्यादा रो रहे थे*.

🔴 बातें करते करते रात के 12:30 हो गए।

🔵 मैंने भाभीजी के चेहरे को देखा. उनके *भाव भी प्रायश्चित्त और ग्लानि* से भरे हुए थे; मैंने ड्राईवर से कहा अभी हम लोग नोएडा जाएंगे।

🔴 भाभीजी और बच्चे हम सारे लोग नोएडा पहुँचे.

🔵 बहुत ज़्यादा रिक्वेस्ट करने पर गेट खुला*. भाई साहब ने उस गेटकीपर के पैर पकड़ लिए*, बोले मेरी माँ है, मैं उसको लेने आया हूँ, चौकीदार ने कहा क्या करते हो साहब, भाई साहब ने कहा *मैं जज हूँ,*

उस चौकीदार ने कहा:-

🔴 ""जहाँ सारे सबूत सामने हैं तब तो आप अपनी माँ के साथ न्याय नहीं कर पाये, औरों के साथ क्या न्याय करते होंगे साहब"*।

🔵 इतना कहकर हम लोगों को वहीं रोककर वह अन्दर चला गया. अन्दर से एक महिला आई जो *वार्डन* थी. उसने *बड़े कातर शब्दों में कहा*:- "2 बजे रात को आप लोग ले जाके कहीं मार दें, तो *मैं अपने ईश्वर को क्या जबाब दूंगी..*?"

🔴 मैंने सिस्टर से कहा *आप विश्वास करिये*. ये लोग *बहुत बड़े पश्चाताप में जी रहे हैं*.

🔵 अंत में किसी तरह उनके कमरे में ले गईं. *कमरे में जो दृश्य था, उसको कहने की स्थिति में मैं नहीं हूँ.*

🔴 केवल एक फ़ोटो जिसमें *पूरी फैमिली* है और वो भी माँ जी के बगल में, जैसे किसी बच्चे को सुला रखा है. मुझे देखीं तो उनको लगा कि बात न खुल जाए लेकिन जब मैंने कहा *हम लोग आप को लेने आये हैं, तो पूरी फैमिली एक दूसरे को पकड़ कर रोने लगी*

🔵 आसपास के कमरों में और भी बुजुर्ग थे सब लोग जाग कर बाहर तक ही आ गए. *उनकी भी आँखें नम थीं*

🔴 कुछ समय के बाद चलने की तैयारी हुई. पूरे आश्रम के लोग बाहर तक आये. किसी तरह हम लोग आश्रम के लोगों को छोड़ पाये.

🔵 सब लोग इस आशा से देख रहे थे कि *शायद उनको भी कोई लेने आए, रास्ते भर बच्चे और भाभी जी तो शान्त रहे*.......

🔴 लेकिन भाई साहब और माताजी एक दूसरे की *भावनाओं को अपने पुराने रिश्ते पर बिठा रहे थे*.घर आते-आते करीब 3:45 हो गया.

🔵  💐 *भाभीजी भी अपनी ख़ुशी की चाबी कहाँ है; ये समझ गई थी मैं भी चल दिया. लेकिन *रास्ते भर वो सारी बातें और दृश्य घूमते रहे*.

🔴  💐*""माँ केवल माँ है""* 💐 उसको मरने से पहले ना मारें.*

🔵 माँ हमारी ताकत है उसे बेसहारा न होने दें, अगर वह कमज़ोर हो गई तो हमारी संस्कृति की ""रीढ़ कमज़ोर"" हो जाएगी*, बिना रीढ़ का समाज कैसा होता है किसी से छुपा नहीं

🔴 अगर आपकी परिचित परिवार में ऐसी कोई समस्या हो तो उसको ये जरूर पढ़ायें, *बात को प्रभावी ढंग से समझायें , कुछ भी करें लेकिन हमारी जननी को बेसहारा बेघर न होने दें*, अगर *माँ की आँख से आँसू गिर गए तो *"ये क़र्ज़ कई जन्मों तक रहेगा"*, यकीन मानना सब होगा तुम्हारे पास पर *""सुकून नहीं होगा""* , सुकून सिर्फ *माँ के आँचल* में होता है उस *आँचल को बिखरने मत देना*।

46 टिप्‍पणियां:

Unknown ने कहा…

बहुत सुंदर आज तो अपने रुला ही दिया

Unknown ने कहा…

Mother is a God

9289672305 ने कहा…

JABARDAST........SANDAR..... BOLNE SE KAM NAHI CHALEGA..... MAI DIL SE IS BATT KO APPNAYA HU....

Unknown ने कहा…

माँ के ॠण से मुक्त हुए बिना किसी को भी अपने जीवन में सुख-शान्ति नहीं मिल सकती।पुत्र के लिए माँ की सेवा ही परम धर्म है।

Unknown ने कहा…

Nice words and good your thinking my mother is god all of bless you all over world maa maa aa jaoo tere tan ka tree hu teri mamta ji lahu mere dil me hi tu nahi to kuch nahi

Unknown ने कहा…

हृदय स्पृशि कथा।।

Unknown ने कहा…

उत्तर दे।

Unknown ने कहा…

उत्तर दे।

madhusudan tandon ने कहा…

Heart Touching like real story.

madhusudan tandon ने कहा…

Heart Touching like real story.

Unknown ने कहा…

great decision from judge. i like his final decision to divorce to his wife. great decision to open his wife eyes.

Unknown ने कहा…

Really heart touching... I too miss my ma...

Deepak Maddeshiya ने कहा…

Heart touching.

Unknown ने कहा…

BOSS AANKHO ME AANSU LA HI DIYE ME VISVAS DILATA HU KI MERE PARIVAR ME EASA KABHI BHI NA HO PAYEGA OR AAJ SE HI MAIN ISS KOSHISH ME LAG GAYA HU KI MERE VILLAGE BUJURAG MATA KO KESE TWO TIME KI ROTI KA ZUGAR KARU THIS IS MY PROMISE KI ME JI JAN LAGA DUNGA KI KAM SE KAM MERE VILLAGE KI KOI MAA BHUKHI NA SOYE OR USKO EK KHUSHAL PARIVAR KI TAHRAH EK CHAAT NASIB HO AGAR AAPKE KISI KE PASS EASA KOI IDEA HO TOOO PLZ MUJE JARUR BATAYE KI ME UNKO KESE KISI SARKARI YOJNA KA SAHARA LEKAR KE EASA KR PAU KYOKI BHAGVAN NE BHI MUJE ABHI IIS LAYAK NAHI BANAYA HE KI MAIN JALDI SE YE KR PAU PLS MERI HELP KARE KI MAIN JALDI SE KUCH KR PAU

Unknown ने कहा…

sahi me rula diya or log kute, bili rakh lenge per maa bap ka pet nahi bhar pate dosto, maa or bap ye hi bhagwan ka rup he yadi inki seva nahi huye to kitani tirth, pooja, kar walo kisi kam ke nahi he

Unknown ने कहा…

Heart touching story but only a story. The reality is a lot different and ugly. The old woman was lucky that she was sent to old age home because now-s-days they are sent to jail on fake dowry extortion allegations. In reality the son who was a judge loses his job, pays Rs. 25000 every month to his highly qualified wife who willingly chooses to sit home. In the end, "bahu" gets Rs. 1 crore in settlement and drops fake charges against mother, son and others.

Unknown ने कहा…

maa ki kami kya hoti hai unse pooncho jinke paas maa ka saya nahi hai

Unknown ने कहा…

बहुत अच्छी और बहुत ही प्रेरणादायक! मैं सच मच मे भाव विह्वल हो गया

भक्त भूषण वर्मा ने कहा…

बेहद ह्रदय स्पर्श व मार्मिक प्रसंग और प्रेरणा। धन्यवाद।
निवेदन है कि पिता के सम्बन्ध में भी कुछ ऐसा लिखें ताकि माता और पिता दोनों की ही महत्ता समझी जा सके, वरना आज का पढ़ालिखा किन्तु मूर्ख समाज का कुछ पता नहीं।

बेनामी ने कहा…

mai fir surprise hu un bhaiyo aur bahno k liye jisne is heart touching lekh ko ajib option me dala...god bless the sayad mansik bimari k giraft mehain...

Ram Dwivedi ने कहा…

aap jo bhi hai mujhe nhi pta...lekin aaj apne mujhe rula diya.......aur mai apni maa se bahut door hu.....unki yaad bahut aa rhi hai aur bahut jldi ab unse milne jane wala hu...thnx brother

Dr.Niranjan Awasthi ने कहा…

Aap ne Jo bhi kaha 100% Satya hai..

Unknown ने कहा…

Marmsparshi lekh "Ristey me apnapan" bhai jhakzor kar rakh diya.

Unknown ने कहा…

I love my mom dad love my family

Motivation Guru Rajesh RJ ने कहा…

Bhai ye problem mei face kr raha hu..

Mei sabko chhod skta hu lekin maa ko nahi.

Amarjeet Nain ने कहा…

Parents is the God.

Devi Dayal Vishwakarma ने कहा…

Nice story of today world

gautam mishra ने कहा…

bahut achha sahab aisi hi samaj ko prerit karne wali kahania prakashit kijiye .aaj samsya ye nahin hai ki insan bujurg ma baap ko bhul raha hai. samsya ye hai ki insan apne aap se kafi dur ho gaya hai. insan ko kaise jagaya jay ye sabse bada prashn hai?jis din insan jag jayega us din dev tulya maa baap ko kabhi apne se alag nahi hone dega.

Unknown ने कहा…

माँ पर प्रेरणा दायक लेख
कोई माँ इस लेख को पढ़ने के बाद ओल्ड ऐज होम जाने से बच जाए बस
लेखक के प्रयास को शत शत नमन

RP MISHRA ने कहा…

माता, पिता और गुरु पृथ्वी पर ईश्वर के प्रतिनिधि है |

Dr.Niranjan Awasthi ने कहा…

i love my mother & father till life..........

Unknown ने कहा…

Excellent and inspirating

Unknown ने कहा…

I love my parents

HP ने कहा…

However parents are now but one needs to look whole life together before taking any decision about their older parent and also look towards own children who can do same thing what one doing with own parents right now.
very touchy story.

ARUN ने कहा…

hriday vidarak kahani h .....kintu satya bhi.....

Unknown ने कहा…

Yess....hearth touching story....but i wonder that why a mother becomes a terrible mother in law sometimes..???

Unknown ने कहा…

Mother is a form of God there is no replacement.Life is because of her,if she is not looked after then one is avoiding as if God worship. those who devalue her he/she shall be escaping opportunity to be human. GOD ALSO DEPRIVED OF MOTHERLY AFFECTION. I beg all that mother is a treasure, n by getting wife she must hold that she will also award with child be mother even her brother get married he shall with her wife n she will be mother, so at inlaws' place mother either of husband or mother of wife must be treated properly as every woman on marriage gets another mother.This r my views other may accept or not,but this is relevant As mother gets old by age n bodily but her love remains immense,this must be taken in mind by every wife..as she will attain same situation..best wishes to all.-Jagdish Dabhi.IRS(retd)

Dr. Ashok K. Saini ने कहा…

Indeed this is one of the best Heart touching pic, depicting the real scenarios of today's man & milieu.

nawal kishore ने कहा…

Heart touching...

बेनामी ने कहा…

Heart touching.. story jai mata

Ved prakash gupta ने कहा…

Mere pas maa nahi hae

Unknown ने कहा…

Bhai sahab padhte padhte rote rota rha. Maa Maa hoti hai or kuchh v nahi.

बेनामी ने कहा…

ITS SO TOUCHING WRITTEN IN SIMPLE WORDS.... THANKS

Unknown ने कहा…

Hari Om...

Unknown ने कहा…

आज की नई पीढ़ी असहँसील, हो गई है।तलाक को गुड्डो गुड़िया का खेल समझती है। उनकी मनाबता मार चुकी है संपर्क 919474896686।

Unknown ने कहा…

NICE HAERT TOUCHED STORY. GREAT FEELINGS FOR MOTHER AS WELL SAY TODAY WHAT I AM IS BEACAUSE OF MY MOTHER...

👉 महिमा गुणों की ही है

🔷 असुरों को जिताने का श्रेय उनकी दुष्टता या पाप-वृति को नहीं मिल सकता। उसने तो अन्तत: उन्हें विनाश के गर्त में ही गिराया और निन्दा के न...